" CM Ykalputri Divputri Yojana 2025

CM Ykalputri Divputri Yojana 2025

मुख्यमंत्री एकल पुत्री एवं दो पुत्री योजना 2025: दसवीं-बारहवीं उत्तीर्ण बेटियों को मिलेंगे ₹51,000 तक, जानें कैसे करें आवेदन

राजस्थान सरकार ने बेटियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एक अहम पहल की है—मुख्यमंत्री एकल पुत्री एवं दो पुत्री योजना 2025। इस योजना के अंतर्गत राज्य में 10वीं और 12वीं की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। यदि आपके परिवार की बेटी ने हाल ही में माध्यमिक या उच्च माध्यमिक परीक्षा उत्तीर्ण की है, तो यह योजना आपके लिए अत्यंत लाभदायक हो सकती है।

CM Ykalputri Divputri Yojana 2025


योजना का उद्देश्य

इस योजना का प्रमुख मकसद राज्य में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को मजबूती देना और छात्राओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा वर्ष 2012 से यह योजना संचालित की जा रही है और अब तक कई बालिकाएं इसका लाभ उठा चुकी हैं।

इस पहल का उद्देश्य केवल आर्थिक सहायता नहीं है, बल्कि लड़कियों में शिक्षा के प्रति जागरूकता और आत्मनिर्भरता की भावना भी जगाना है। सरकार यह संदेश देना चाहती है कि बेटियां भी समाज में बराबरी का स्थान रखती हैं और उन्हें समान अवसर मिलने चाहिए।

योजना के लाभ

इस योजना के अंतर्गत मेधावी बालिकाओं को जिला और राज्य स्तर पर उनके परीक्षा परिणाम के आधार पर नकद पुरस्कार दिए जाते हैं।

राज्य स्तर पर मिलने वाली राशि:

  • 10वीं कक्षा / प्रवेशिका / व्यावसायिक माध्यमिक परीक्षा में तय अंक या उससे अधिक प्राप्त करने पर ₹31,000/- का पुरस्कार।
  • 12वीं कक्षा (सामान्य, व्यावसायिक या वरिष्ठ उपाध्याय) में कटऑफ अंक से ऊपर अंक प्राप्त करने पर ₹51,000/- की नकद सहायता।

जिला स्तरीय पुरस्कार:

  • माध्यमिक स्तर पर मेरिट सूची में आने पर ₹11,000/-।
  • उच्च माध्यमिक स्तर की परीक्षा में जिला मेरिट में स्थान पाने वाली छात्राओं को भी ₹11,000/- का पुरस्कार।

इन सभी राशि को प्रत्यक्ष बैंक खाते में डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से भेजा जाता है, जिससे प्रक्रिया पारदर्शी बनी रहती है।

पात्रता मानदंड

इस योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित शर्तें अनिवार्य हैं:

  1. आवेदिका राजस्थान की निवासी होनी चाहिए।
  2. योजना उन्हीं परिवारों की एकल पुत्री या दो बेटियों के लिए मान्य है।
  3. राजस्थान बोर्ड से 10वीं या 12वीं पास होना अनिवार्य है।
  4. परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर जिला या राज्य स्तरीय मेरिट में चयन।
  5. मान्यता प्राप्त विद्यालय या स्वयंपाठी के रूप में परीक्षा में भाग लिया हो।

न्यूनतम अंक (राज्य स्तरीय कटऑफ)

नोट: जिला मेरिट सूची संबंधित जानकारी राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट पर जिलावार उपलब्ध है।

आवेदन की प्रक्रिया

इस योजना के लिए आवेदन ऑफलाइन मोड में किया जाना होता है। आवेदक को आवेदन फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ पंजीकृत डाक से भेजना होता है।

आवेदन के चरण:

  1. फॉर्म डाउनलोड करें – बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से परिशिष्ट-1 प्राप्त करें।

  2. फॉर्म को सावधानीपूर्वक भरें और आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।

  3. संस्था प्रधान या राजपत्रित अधिकारी से सत्यापन कराएं।

  4. सभी कागज़ात पंजीकृत डाक द्वारा इस पते पर भेजें:

    सचिव, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर – 305001

  5. आवेदन पत्र की अंतिम तिथि 31 मई 2025 निर्धारित है।

आवश्यक दस्तावेज

आवेदन पत्र के साथ नीचे दिए गए दस्तावेजों की सत्यापित प्रतियां भेजना अनिवार्य है:

  1. मूल आवेदन पत्र (परिशिष्ट-1)।
  2. ₹50 के स्टांप पेपर पर अभिभावक का शपथ पत्र (परिशिष्ट-2), नोटरी द्वारा सत्यापित।
  3. अनुशंसा पत्र (संस्थान प्रधान / राजपत्रित अधिकारी द्वारा) – परिशिष्ट-3।
  4. जन आधार कार्ड या राशन कार्ड की प्रमाणित प्रति।
  5. बैंक पासबुक की प्रथम पृष्ठ की प्रति या रद्द चेक (बैंक डिटेल्स स्पष्ट हों और शाखा द्वारा सत्यापित)।
  6. आधार कार्ड / मतदाता पहचान पत्र की प्रमाणित प्रति।
  7. परीक्षा की अंकतालिका की सत्यापित प्रति।

संपर्क जानकारी

यदि योजना के संबंध में किसी प्रकार की जानकारी चाहिए या सहायता चाहिए, तो निम्न नंबरों पर संपर्क करें:

  • बोर्ड कार्यालय संपर्क नंबर:
    • 0145–2622131
    • 0145–2632854

या फिर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर भी जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

सामाजिक दृष्टिकोण से योजना का महत्व

यह योजना बेटियों को शिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार का एक प्रेरणादायक कदम है। इससे समाज में लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलता है और बालिकाएं शिक्षा में अपने लक्ष्य को हासिल करने में समर्थ बनती हैं।

  • ग्रामीण और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की छात्राओं को आगे बढ़ने का अवसर।
  • शिक्षा छोड़ने की प्रवृत्ति में कमी।
  • महिला सशक्तिकरण को बल मिलता है।
  • समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित होती है।

Post a Comment

और नया पुराने
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now